रविवार, १८ जानेवारी, २००९

Number 1 उद्घाटन सुरह फातिहा Al-Faatiha

(1) अल्लाह के उपकारवाला है, दयालु के नाम पर.
(2) की स्तुति करो अल्लाह, भगवान ने संसारों के लिए, हो
(3) के उपकारवाला है, दयालु.
(4) मास्टर ने दिवस प्रलय की,
(5) तुम्हें (अकेला) हम पूजा, तुम्हें (अकेला) हम मदद के लिए पूछो.
(6) दिखाना हमें सीधे मार्ग,
(7) उन का पथ जिसे तुम hast पसंदीदा; नहीं (पथ) जो तुम्हारा गुस्सा है और न ही जो लोग भटक जाने की कमाई की.

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