अल्लाह, तो परोपकारी है, दयालु के नाम पर. (1) जब पृथ्वी उसके (हिंसक साथ) हिल, हिल रहा है (2) और पृथ्वी निर्गत उसके बोझ लाता है, (3) और आदमी, कहेंगे. यह क्या हुआ है? (4) वह अपने समाचार कहूँ उस दिन, (5) क्योंकि तुम्हारा प्रभु उसे प्रेरित किया था. (6) उस दिन पुरुष आगे वे अपने काम करता है कि दिखाया जा सकता है विविध निकायों में आ जाएगा पर. (7) तो. वह कौन अच्छा इसे देखेंगे के एक परमाणु के वजन किया है (8) और वह है जो यह देखना होगा बुराई के एक परमाणु के वजन किया है. |
मंगळवार, २० जानेवारी, २००९
Number 99 सुरह ज़ल्ज़लाह भूकंप Az-Zalzala
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